पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और करीम लाला को लेकर शिवसेना प्रवक्ता सांसद संजय राउत के बयान पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि संजय राउत को यह कहने से परहेज करना चाहिए था।
पवार ने कहा- उन्हें (संजय राउत) ऐसे विवादास्पद बयान (इंदिरा गांधी करीम लाला से मिलाने पायधुनी आई थीं) देने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि 1972 में चुनाव प्रचार के दौरान मंच पर हाजी मस्तान मेरे बगल में बैठा था।ऐसी खबर छपी थी, लेकिन मुझे पता नहीं था। पवार ने बताया कि राउत जिस दौर की बात कर रहे हैं और अनेक नेताओं ने बयान भी दिया लेकिन कोई भी उस दौर में सत्ता में नहीं था। मैं उस दौर में सत्ता में था, इसलिए मुझे पता है कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था। इन सभी लोगों से मुझे जानकारी थोड़ी ज्यादा है।
संजय राउत ने यह कहा था
एक मराठी अखबार को दिए इंटरव्यू में शिवसेना सांसद राउत ने दावा किया था कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी मुंबई में डॉन करीम लाला से मिलने आया करती थीं। 1960 से 1980 के बीच करीम लाला का मुंबई में अवैध शराब, जुए और फिरौती का धंधा चलता था। राउत ने अपने पत्रकारिता के दिनों को याद करते हुए कहा- दाऊद इब्राहिम, छोटा शकील और शरद शेट्टी जैसे गैंगस्टर उन दिनों मुंबई और उसके आसपास के इलाकों को कंट्रोल करते थे। वे ही तय करते थे कि मुंबई का पुलिस कमिश्नर कौन होगा और कौन मंत्रालय में बैठेगा। जब हाजी मस्तान 'मंत्रालय' में आया करता था तो सभी उसे देखने के लिए नीचे आते थे। हालांकि, शिवसेना सांसद ने आगे कहा कि अब सभी डॉन देश छोड़ कर भाग चुके हैं।