- सेंसेक्स 5.94% की गिरावट के साथ 31,715 अंकों पर बंद
- निफ्टी 5.74% की गिरावट के साथ 9,293 अंकों पर रहा
सप्ताह में सोमवार को कारोबार के पहले दिन बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली। 23 मार्च 2020 के बाद सेंसेक्स में इतनी बड़ी गिरावट आई है। सुबह कारोबार शुरू होने पर सेंसेक्स 969.48 अंक नीचे और निफ्टी 326.40 पॉइंट नीचे खुला। दिनभर की ट्रेडिंग के दौरान बाजार 2085.60 अंक तक नीचे गिर गया था, लेकिन बाद में यह 2002.27 अंक नीचे गिरकर बंद हुआ। यह सेंसेक्स की 8वीं सबसे बड़ी गिरावट है।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 2002.27 अंक या 5.94% नीचे 31,715.35 पर और निफ्टी 566.40 पॉइंट या 5.74% नीचे 9,293.50 पर बंद हुआ। इससे पहले बीते सप्ताह कारोबार के आखिरी दिन गुरुवार, 30 अप्रैल को बाजार बढ़त के साथ बंद हुआ था। सेंसेक्स 997.46 अंक ऊपर 33,717.62 पर और निफ्टी 306.55 पॉइंट ऊपर 9,859.90 पर बंद हुए थे।
बाजार में गिरावट के प्रमुख कारण
- अमेरिका और चीन के बीच व्यापार के लेकर चल रहा विवाद 18 महीनों के लंबे इंतजार के बाद खत्म हुआ था, लेकिन दोनों वर्ल्ड इकॉनोमी पर ज्यादा दबाव बनाने और अपने देश की इकॉनोमी के सुधारने के लिए एक नए झगड़े में शामिल हो गए हैं।
- मार्च तिमाही की अर्निंग ने अब तक दलाल स्ट्रीट पर निवेशकों को निराश किया है। गुरुवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज NSE -1.08%, हिंदुस्तान यूनीलिवर NSE -3.96% और टेक महिंद्रा, स्ट्रीट अनुमानों से बाहर रहने वाली लिस्ट में शामिल हो गए।
- वैश्विक स्तर पर डॉलर की कीमत अधिक होने के चलते शेयर बाजार ट्रैक्शन और तेल के लिए संघर्ष करते रहे। चीन में कम व्यापार और जापान में हॉलिडे के चलते अमेरिकी स्टॉक 1.7 प्रतिशत की गिरावट और अमेरिकी कच्चा तेल 7 प्रतिशत गिर गया।
- देश के अंदर कई शहरों और राज्यों में लॉकडाउन को तीसरा फेज शुरू हो गया है, जो 17 मई तक चलेगा। सरकार ने 130 जिलों को रेड जोन बताया है, जिसमें ज्यादातर महानगरीय शहर हैं। इन शहरों में भी अभी बिजनेस को शुरू करने के लिए इंतजार करना होगा।
बीएसई पर करीब 70 फीसदी कंपनियों के शेयरों में गिरावट रही
- बीएसई का मार्केट कैप 123 लाख करोड़ रुपए रहा
- 2,597 कंपनियों के शेयरों में ट्रेडिंग हुई। इसमें 574 कंपनियों के शेयर बढ़त में और 1,841 कंपनियों के शेयर में गिरावट रही
- 28 कंपनियों के शेयर 1 साल के उच्च स्तर और 88 कंपनियों के शेयर एक साल के निम्न स्तर पर रहे
- 211 कंपनियों के शेयर में अपर सर्किट और 373 कंपनियों के शेयर में लोअर सर्किट लगा
बीएसई बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में भारी गिरावट
बैंक | गिरावट (%) |
RBL बैंक | 7.84% |
ICICI बैंक | 10.45% |
इंडसइंड बैंक | 9.20% |
फेडरल बैंक | 9.73% |
एक्सिस बैंक | 8.46% |
सेंसेक्स में 8वीं सबसे बड़ी गिरावट
सेंसेक्स में इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट इसी साल 23 मार्च, 2020 को हुई थी। इस दिन बाजार 3934.72 अंक गिरकर बंद हुआ था। इतना ही नहीं, सेंसेक्स की 10 में से 7 सबसे बड़ी गिरावट इसी साल रही हैं। जिसमें मार्च में सबसे ज्यादा 5 शामिल हैं। सेंसेक्स की 10 सबसे बड़ी गिरावट...
तारीख | सेंसेक्स में गिरावट |
23 मार्च, 2020 | 3934 अंक |
13 मार्च, 2020 | 3389 अंक |
12 मार्च, 2020 | 3204 अंक |
16 मार्च, 2020 | 2919 अंक |
9 मार्च, 2020 | 2467 अंक |
22 जनवरी, 2008 | 2273 अंक |
21 जनवरी, 2008 | 2062 अंक |
4 मार्च, 2020 | 2002 अंक |
24 अगस्त, 2015 | 1741 अंक |
28 फरवरी, 2020 | 1526 अंक |
दुनियाभर के बाजारों में रही गिरावट
शुक्रवार, 1 मई को दुनियाभर के ज्यादातर बाजार गिरावट के साथ बंद हुए थे। अमेरिकी बाजार डाउ जोंस 2.55 फीसदी की गिरावट के साथ 622.03 अंक नीचे 23,723.70 पर बंद हुआ था। वहीं, अमेरिका के दूसरे बाजार नैस्डैक 3.20 फीसदी गिरावट के साथ 284.60 अंक नीचे 8,604.95 पर बंद हुआ था। दूसरी तरफ, एसएंडपी 2.81 फीसदी गिरावट के साथ 81.72 पॉइंट नीचे 2,830.71 पर बंद हुआ था। हालांकि, चीन का शंघाई कम्पोजिट नो प्रॉफिट-नो लॉस में रहा था। इधर फ्रांस, इटली, जर्मनी के बाजार भी गिरावट के साथ बंद हुए थे।