- इस भागीदारी के चलते कारीगरों, बुनकरों और शिल्पियों को ओडीओपी स्कीम के अंतर्गत ई-कॉमर्स के दायरे में लाया जाएगा
- फ्लिपकार्ट समर्थ प्रशिक्षण के साथ-साथ फ्लिपकार्ट फुलफिलमेंट सेंटर्स में मुहैया कराएगा स्थान, विक्रेताओं को लगातार सहयोग, कैटलॉगिंग मार्गदर्शन और प्लेटफार्म पर प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाएगा
आगरा:भारत के स्वदेशी ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट ने आज उत्तर प्रदेश सरकार की वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट योजना (ODOP) के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस करार के चलते, ODOP योजना से जुड़े कारीगरों, बुनकरों और शिल्पियों को फ्लिपकार्ट समर्थ से जोड़ा जाएगा।
इस भागीदारी के तहत्, उत्तर प्रदेश के कम सेवा-प्राप्त समुदायों को अपने विशिष्ट उत्पादों तथा शिल्पों को देशभर के लाखों उपभोक्ताओं तक पहुंचाने की सुविधा मिलेगी। फ्लिपकार्ट समर्थ इन कारीगरों को प्लेटफार्म से जुड़ने में मदद देते हुए उन्हें मुफ्त कैटलॉगिंग, मार्केटिंग, एकाउंट मैनेजमेंट, बिज़नेस की जानकारी और वेयरहाउसिंग सपोर्ट प्रदान करेगा।
फ्लिपकार्ट समर्थ ने हाल में एक साल पूरा किया है और इसके जरिए मिलने वाले लाभ का दायरा मज़बूत किया गया है। अब पहले 6 महीने तक विक्रेताओं के लिए कमीशन माफी की सुविधा दी गई है। इस पेशकश के परिणामस्वरूप, ओडीओपी स्कीम से जुड़े कारीगरों, बुनकरों और शिल्पियों को अपना कारोबार ऑनलाइन बढ़ाने में मदद मिलेगी क्योंकि उन्हें प्राय: सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है जिसकी वजह से ई-कॉमर्स से उनकी दूरी बनी रहती है।
इस समझौता ज्ञापन के बारे में, श्री नवनीत सहगल, अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस), एमएसएमई एवं एक्सपोर्ट प्रमोशन, उत्तर प्रदेश सरकार, ने कहा, ”वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट योजना (ODOP) को एमएसएमई बढ़ावा देने के मकसद से पेश किया गया था और इसके जरिए उत्तर प्रदेश की विशिष्ट तथा मूल विरासत को भी प्रोत्साहन मिला। हमें पूरा भरोसा है कि फ्लिपकार्ट के साथ भागीदारी से राज्य में कारीगरों और एमएसएमई को अपना कारोबार आगे बढ़ाने तथा अपने कौशलों को राष्ट्रीय स्तर पर ग्राहकों तक ले जाने का अवसर मिलेगा।”
श्री रजनीश कुमार, चीफ कॉपार्रेरेट अफेयर्स अधिकारी, फ्लिपकार्ट ग्रुप ने कहा, ”हम ई-कॉमर्स के जरिए टैक्नोलॉजी और इनोवेशन की ताकत का इस्तेमाल करते हुए कारीगरों और शिल्पियों को अपनी संपूर्ण क्षमता का लाभ उठाने में मदद कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश की कला और हस्तशिल्प अब देशभर के 250 मिलियन से अधिक ग्राहकों तक उपलब्ध होगी। यह भागीदारी देश में ई-कॉमर्स का लाभ सभी के लिए सुलभ बनाने तथा ऑनलाइन मार्केटप्लेस का लाभ कम सेवा प्राप्त समुदायों तक पहुंचाते हुए आजीविका के नए अवसरों को पैदा करेगी।”
फ्लिपकार्ट ने इससे पहले उत्तर प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के साथ भी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं ताकि फ्लिपकार्ट मार्केटप्लेस पर खादी वस्त्रों और ग्रामोद्योग उत्पादों को पेश कर बुनकरों तथा कारीगरों को लाभ दिलाया जा सके। इस भागीदारी के चलते, उत्तर प्रदेश की
चिकनकारी, ज़रदोज़ी कारीगरी से तैयार वस्त्रों आदि को फ्लिपकार्ट प्लेटफार्म पर उपलब्ध कराया गया है। फ्लिपकार्ट समर्थ भी राज्य के कम सुविधाप्राप्त, घरेलू समुदायों एवं कारोबारों को बेहतर आजीविका कमाने के अवसरों को उपलब्ध कराते हुए उन्हें सशक्त बनाना जारी रखेगा।